Thursday, October 26, 2023

sab badal jata hai

Phle Jo karte the fikar beintehaa aj unko khbar lene ki jarurt bhi jaruri ni lagti....
Khete hai fikar bhut tumhari par fikar jesi koi bat bi ni dikhti 
Dete the jo waqt be waqt Hume aj wo thoda sa waqt de kar ginawa kuch youn krte hai ki dete the tumko apna kimti waqt jo de sakte bai...
Kehte the kabhi ki rota tujhe dekh sakte ni aj rone ki wjh batane par bhi smjha ni karte hai..
Ro ro kar tutne ke bad bhi hum besharam fir unke yad m khud ko tarsate hai....

Dil ka dard

Ek bigg Boss ke Ghar main bhi kisi k anshu dekh log unke age pitche ghumne lagte hai 
Or khi to log Dil ka rista bol kr bhi anshu dekh kar bi do jhuti bat s Dil ko sukun Dene se bhi katrate hai.......

Saturday, September 30, 2023

khyalo ka safar alfazo ke sath: मन काग़ज़ की नाव बनाकर

khyalo ka safar alfazo ke sath: मन काग़ज़ की नाव बनाकर: मन काग़ज़ की नाव बनाकर ख़्वाहिशों के गोते लगता रहता है। सपने संजो कर कई दूर एक अपनी ख़्वाबों की नगरी बनते रहता है ।। आँखो मैं प्यार की ...

ek soch

Ek soch se hi sab sudhar jata hai or ek soch s hi sb bigad jata hai....insan agr smjh paye to ek galti krne main insan ki soch ka hi to fark h soch k kiya hua kam gunaha hota h or bina soche kiya hua galti....bs soch ka hi to fark h ek ldke or ldki k liye jo sansar h sb soch k hisab s hi to bna hai...ek choti si soch s Dil khushi se jhum uthta hai or ek dukh ke soch s Dil Tut sa jata hai.....ye mehez ek soch ni hmara adhar hai.....

Monday, August 31, 2020

जब होसले बुलंद होते हैं

आ चल एक शुरुआत कर भुल कर सरे दुःख दर्द मुस्कुरा कर एक नई शुरुआत कर 
माना है मंज़िल दूर पर तु ना बेठ इस पर हार कर 
बढ़ते चल इस क़दर तू इस मुश्किल समय पर प्रहार कर 
पा सकता है तू सब जो चाहे तू इस क़दर 
रोक ना पाये तुझको कोई क़ुछ इस तरह से तू ख़ुद पर धुन सवार कर 

Friday, July 10, 2020

किन्नर

ना नर है ना नारी हैं फिर भी हम सब पर भारी हैं
ना रखते तुम ख़याल हमारा 
हम अपने आप मैं ही शिव शक्ति भंडारी है 
ना है साथ माँ का दुलार ना है साथ पिता का हाथ 
फिर भी कोसते है ये समाज चाहतें है ना ये हमारा साथ 
ना नर है ना नारी है फिर भी हम सब पर भारी है 
ना दे सको तुम इज़्ज़त तो ठीक पर हम इस समाज मैं बराबरी के हिस्सेदारी है 
ना अपनाओ तुम हमको तो ठीक पर जीने के हम भी अधिकारी है 
ना नर है ना नारी है फिर भी हम सब पर भारी है 
ना करते हम किसी का बुरा बस दूसरों पर हम आभारी है 
देते है दुआ सबको पर हमारी ख़ुद की झोली ख़ाली है 
चाहते है हम भी ऐसा बचपन जैसे हर बच्चें की कहानी है 
ना नर है ना नारी है फिर भी हम सब पर भारी है 
ना दे सको तुम प्यार तो ठीक ओर ना ही हम तिरस्कार के अधिकारी है 
बनाया है भगवान ने हम सब एक हीं माटी के सुराही है 
करते है हम सवाल खुदा से क्या यही हमारी ज़िंदेगानी है 
देते है हम आशीर्वाद हम सबको क्या हमारे लिए ये सब एक उनसुलझी सी कहानी है 
ना नर है ना नारी है फिर भी हम सब पर भारी है 


Wednesday, July 8, 2020

रिश्ते की धूप छांव

कभी दर्द ये देते है 
कभी ख़ुशियाँ ये बाँट लेते है 
कभी ऊँचाइयों पर पहुँचने मैं साथ ये देते है 
कभी हर मुश्किल मैं मज़बूती ये देते है 
कभी प्यार ये बरसाते है 
कभी धूप से कड़क बन सीख ये सिखाते है 
कभी छांव बन कर हर मुश्किल पार करवाते है 
कभी अँधेरे मैं उम्मीद की रोशनी ये जलाते है 
कभी हार मानने पे होसला ये बढ़ाते है
कभी हमारी कमियों के साथ भी ये अपनाते है 
कभी हमारे ग़लत होने पर ये हमें सही राह दिखाते ओर सुधरते है 
कभी वक़्त के साथ ये बदलते है 
कभी मज़बूत ये हो जाते है 

Saturday, July 4, 2020

सफलता यूँही नहीं मिलती

कई सपनो को अपने झोंक कर कई अरमानो को सुली पर चढ़ा कर 
कई रातों को जाग कर कई लगातार प्रयास कर 
कई हार के बाद निरंतर उठ खड़े हो प्रयास कर 
कई ग़लतियों को सुधार कर 
कई उतार चढ़ाव पार कर 
कई निराशाओं मैं ना हर कर 
कई चूनोतियों को पार कर 
कई साहसों को बाँध कर 
कभी हार ना मान कर 
कई कठिनाइयों को पार कर 

Thursday, July 2, 2020

कलम

कलम हमारी कुछ ऐसा फ़साना बयान कर जाती है जो आया न कभी लबो पे ये शब्दों मैं बयान कर जाती है लिख जाती है ये कहानी मेरी ख़ामोशी की कर जाती है ये बयान दसताएं मेरी हालातो की करती नहीं ये दग्गा मुझे से मेरे रूबरू रह कर जो आ नहीं पाया कभी नज़र किसी को मेरी तस्सवूर मैं कर जाती है ये पूरी दास्तानें बयान मेरी कुछ अल्फाज़ो मैं

Monday, June 22, 2020

एक ऐसा देश

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ मिलतीं है सभी तुझ सी परियों के रूप मैं ना देखता है कोई उसको बुरी नज़रों से जहाँ ना कोई जला सकता है उसे अपनी लालच के रूप मैं जहाँ दिखती है सारी बेटियाँ परियों के भेष में ।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ ना उठते है कोई सवाल तेरे कपड़ों के भेष मैं जहाँ ना है कोई दरिंदा ना है कोई दरिंदगी की कोई शिकार और ना हुआ है किसी बेटी का चेहरा बेकार  दिखती है सारी बेटियाँ परियों के रूप में।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ ना दर्द का है कोई एहसास ना है कोई दर्द का शिकार रह जैसे तू  चाहे रहना इस देश मैं ना उठेंगी ये  उँगलियाँ यूँ तेरे हाल पर ना पूछेगा कोई तुझसे की पहना है तूने क्या ना झुकेंगी तेरी नज़रें किसी के डर से ।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ मिलती है सारी ख़ुशियाँ तुझे तेरे रूप मैं ना संभालेंगी तू दुपट्टा किसी की बुरी नज़रों से ना है किसी को  छिन्ने का रंगो को तुझसे कोई ऐसा अधिकार आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश में ।।

                                         जहाँ मिलती है सारी बेटियाँ परियों के रूप मैं ।।
                                      जहाँ मिलती है सारी ख़ुशियाँ तुझको तेरे रूप  मैं ।।



Come, take me to a country where you meet, I do not see the form of all the fairies, no one can see her with bad eyes, where no one can burn her as her greed, where I see all the daughters in the disguise of the fairies.

Come, take you to a country where I do not have any questions in the disguise of your clothes, where I am not a living person, there is no victim of any cruelty and no daughter's face is useless

Come, take you to a country where I have no feeling of pain, no way to suffer the pain, as you want to live, in this country, I will not get up, nor will you ask me about your condition, no one is wearing you. for fear of

Come, take me to a country where you get all the happiness in your form, I will not take care of you. You do not have a scarf from anyone's evil eyes, take away the colors of someone to snatch any rights from you.

                                         Where all daughters meet as fairies
                                     Where you get all the happiness in your form
 




sab badal jata hai

Phle Jo karte the fikar beintehaa aj unko khbar lene ki jarurt bhi jaruri ni lagti.... Khete hai fikar bhut tumhari par fikar jesi koi bat b...