Monday, June 22, 2020

एक ऐसा देश

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ मिलतीं है सभी तुझ सी परियों के रूप मैं ना देखता है कोई उसको बुरी नज़रों से जहाँ ना कोई जला सकता है उसे अपनी लालच के रूप मैं जहाँ दिखती है सारी बेटियाँ परियों के भेष में ।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ ना उठते है कोई सवाल तेरे कपड़ों के भेष मैं जहाँ ना है कोई दरिंदा ना है कोई दरिंदगी की कोई शिकार और ना हुआ है किसी बेटी का चेहरा बेकार  दिखती है सारी बेटियाँ परियों के रूप में।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ ना दर्द का है कोई एहसास ना है कोई दर्द का शिकार रह जैसे तू  चाहे रहना इस देश मैं ना उठेंगी ये  उँगलियाँ यूँ तेरे हाल पर ना पूछेगा कोई तुझसे की पहना है तूने क्या ना झुकेंगी तेरी नज़रें किसी के डर से ।।

आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश मैं जहाँ मिलती है सारी ख़ुशियाँ तुझे तेरे रूप मैं ना संभालेंगी तू दुपट्टा किसी की बुरी नज़रों से ना है किसी को  छिन्ने का रंगो को तुझसे कोई ऐसा अधिकार आ ले जाऊँ तुझको मैं एक ऐसे देश में ।।

                                         जहाँ मिलती है सारी बेटियाँ परियों के रूप मैं ।।
                                      जहाँ मिलती है सारी ख़ुशियाँ तुझको तेरे रूप  मैं ।।



Come, take me to a country where you meet, I do not see the form of all the fairies, no one can see her with bad eyes, where no one can burn her as her greed, where I see all the daughters in the disguise of the fairies.

Come, take you to a country where I do not have any questions in the disguise of your clothes, where I am not a living person, there is no victim of any cruelty and no daughter's face is useless

Come, take you to a country where I have no feeling of pain, no way to suffer the pain, as you want to live, in this country, I will not get up, nor will you ask me about your condition, no one is wearing you. for fear of

Come, take me to a country where you get all the happiness in your form, I will not take care of you. You do not have a scarf from anyone's evil eyes, take away the colors of someone to snatch any rights from you.

                                         Where all daughters meet as fairies
                                     Where you get all the happiness in your form
 




मन काग़ज़ की नाव बनाकर

मन काग़ज़ की नाव बनाकर ख़्वाहिशों के गोते लगता रहता है।
सपने संजो कर कई दूर एक अपनी ख़्वाबों की नगरी बनते रहता है ।।


आँखो मैं प्यार की चमक को दिल मैं समायें ख़ुशी के पलों के सपने ।
को संजोय रहता है ख़्वाबों का एक आशियाँ बनाते रहता है ।।


खुली आज़ादी के तरंगो को भर कहीं दूर उड़ने की चाह मैं अपने पंखो ।
को बनाने की ख़्वाहिश बनाते रहता है मन क़ाग़ज़ की नाव बनाकर ख़्वाहिशों के गोते लगाते रहता है ।।

Saturday, June 20, 2020

आत्मा का श्रृंगार करो

रूप का श्रृंगार सिर्फ़ आँखो को उझल कर जाती है ।।
पर आत्मा का श्रृंगार हर किसी के दिल मैं इस क़दर घर कर जाती है।

ख़ूबसूरत रूप का क्या ये तो दो चार दिन में ढल जाती है ।।
पर आत्मा की सुंदरता निरंतर निखरती चली जाती है ।

आँखो को चँका-चोंध कर रूप का श्रृंगार पहचान बदल जाती है ।।
पर आत्मा का श्रृंगार इंसान की पहचान बन जाती है ।

Friday, June 19, 2020

भूला नहीं सकेंगे हम

भूला नहीं सकेंगे हम क़ुरबानी उनकी।
जो सरहदों पर हमारे लिए रात दिन जागते है ।।
सो सके सुकून से हम ये वो सोच सारी रात सरहदों पर जागते है।।
भूला नहीं सकेंगे हम दिया गया बलिदान उनका ।
जो रह कर दूर अपने परिवारों से ।।
पूरे देश के परिवारों का ख़याल रखते है ।।
भूला नहीं सकेंगे हम यूँ इस क़दर उनका तिरंगे मैं रुख़्सत होना ।
जो सीने पर खा के देश के नाम पर गोली ।।
ख़ुद को देश के नाम शहीद करते है ।।
भूला नहीं सकेंगे हम उनका यूँ इस क़दर जाना ।

Monday, June 15, 2020

देखा है मैंने

मैंने झुके हुए लोगों को उठते देखा है ।
गिरते हुए को सम्भालता हुआ देखा है ।
मैंने टूटे हुए को बनते देखा है ।
बिखरते हुए को समिटते देखा है ।
मैंने ज़िन्दगी की दोड़ मैं लोगों को पीछे  छूट ते देखा है ।
एक दूसरे को गिराते देखा है ।
कई घरोंदे बनते देखा है कई बिगड़ते देखा है ।
ग़रीबों को भूँक से चिलमिलते देखा है ।
मैंने इंसानियत को मरते देखा है ।
बेज़ुबानो पर अत्याचार होते देखा है ।
अपने सपनो को जीने के लिए दूसरे के सपनो को कुचलते हुए देखा है ।


Saturday, June 13, 2020

आओ मिलकर हाथ मिलाए

      "आओ मिलकर हाथ बढ़ाए किसी को ना नीचा दिखाए "
  "ना ख़ुद गिरे ना किसी को गिराए आओ मिलकर हाथ बढ़ाए"
     "आओ चलो ना एक दूसरे से रेस लगाए ख़ुद आगे बढ़े"    
                       "और दूसरों को भी बढ़ाए"
             "आओ चलो आसमानो मैं परिंदे बन उड़ जाए "
                     "ना तेरा ना मेरा कर आगे बढ़ जाए" 
             " आओ मिलकर धरती को फिर रोशन कर जाए "
         " साथ मिलकर कभी दिए जलाए कभी गले लगाए"
              "आओ मिलकर धरती को हरियाली कर जाए"
       " कुछ तुम पोधे लगाओ कुछ फल के बीज हम बो जाए"
      "आओ मिलकर हाथ बढ़ाए ना ख़ुद गिरे ना किसी को गिराए "
                      "आओ मिलकर हाथ मिलाए "
                    "आओ मिलकर कुछ ऐसा कर जाए "
                         " रोशन देश का फिर कर जाए"
                       "लड़ते है सरहदों पर जो हमारे लिए"
           "उनके लिए कुछ कर जाए परिवार को उनके हम अपनाए"
                            "आओ मिलकर हाथ बढ़ाए" 
"ना झुके ना किसी को झुकाए आओ मिलकर हाथ मिलाए"
                     " ना धरती बाँटे ना अम्बर बाँटे"
          "हम ख़ुद की मिलकर एक बन जाए आओ मिलकर"
                  "अपना आसियाँ हिंदुस्तान ख़ूबसूरत बाँटे"
                       "रहते है जहाँ पर हर धर्म के लोग"
        "इस जग को रोशन बनाए आओ मिलकर भेदभाव मिटाए "
                        " आओ मिलकर हाथ मिलाए "
                        "आओ मिलकर एक हो जाए"
                       "आओ मिलकर रंग भेद मिटाए"

                                  


Friday, June 12, 2020

मेरे भी कई ख़्वाब थे

थे मेरे भी कई ख़्वाब।
थी ख़्वाहिश ओर बच्चों की तरह पढ़ने की ।
थी चाह कुछ  बनने की पर सोचा ना कभी की हाँथों मैं है ही नहीं लकीरें कुछ पकड़ने की कुछ समेटने की ।।
पकड़ा के झोला छिन लिए ख़्वाब मेरे मेरी तक़दीर ने नहीं तो थे ख़्वाब मेरे भी  कई आसमान को छूने की बादलों के साथ चलने की  उड़ने की आज़ादी की बराबरी की खेलने के ।।
थे मेरे भी कई ख़्वाब ।।

Sunday, June 7, 2020

ख़ुद की मदद

                                ख़ुद की मदद

जो लोग ख़ुद की मदद नहीं कर सकते वो किसी का भला नहीं कर सकते पर आज के समय मै अपने से बड़ा दर्द किसी का नहीं दिखता पर अगर देखा जाए तो जेसे हम जितें हैं कई लोगों के ज़िंदगी वो सपने की ज़िंदगी हैं तो इस ज़िंदगी को जया ना करो ओर किसी भी तरह हरने पर हार ना मना करो गिर जाओ तो उठ क खड़ेहो जाओ ओर क़दम तुम बढ़ायें चलो कामयाबी आयगी ज़रूर यक़ीन तुम बनाए चलो मेहनत तुम करते चलो डरो ना उतार चड़ाव से ज़िंदगी की राह बढ़ते चलो
ख़ुद की मदद तुम ख़ुद करो किसी ओर से तुम उम्मीद ना किया करो क्यूँकि जब एक बच्चा भी चलना सिखता हैं तो हज़ार बर गिरता हैं पर अगर वो ख़ुद बर मन ले तो वो चल नहीं सकता वो ख़ुद की मदद लेता हैं ओर फिर उठता हैं फिर क़दम बढ़ता हैं चलना सिखता हैं तो ख़ुद की मदद करना सीखो लाख कोई समझाए अच्छा या बुरा पर जब हम ख़ुद की मदद नहीं करेंगे किसी भी बुरे वक़्त से बहार निकलने की तब तक कुछ नहीं कर सकते ख़ुद की मदद करो ख़ुद पर यक़ीन करो 

Wednesday, June 3, 2020

शाम होते ही

शाम होते ही दिल तेरे एहसास की महक से भर जाता है
दूर हो कर भी तेरे पास रहने की महक का एहसास दिलाता है
शाम होते ही दिल तेरे एहसास ही महक से भर जाता है
भीनी भीनी फलों की ख़ुशबू तेरे ख़ुशबू का एहसास दिलाता है
शाम होते ही दिल तेरे एहसास की महक से भर जाता है
ये ठंडी ठंडी हवा तेरे साथ बिताए सफ़र का एहसास दिलाता है
शाम होते ही दिल तेरे एहसास की महक से भर जाता है 

Monday, June 1, 2020

रुकना नहीं (मंज़िल)

                         

रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
मंज़िल को पाने की चाह तु कभी छोरना नहीं
रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
तु रुका तो तु हर जाएगा तु रुकना नहीं
रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
दिखाएगी बहुत कुछ ये ज़िंदगी पर तु हर मन्ना नहीं
तु रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
कर अपने होसले बुलंद तू रहो के काँटे भी फूल बन जाएँगे
तु रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
साथी के साथ बढ़ते चल तू हिम्मत का दामन तू छोरना नहीं
तु रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं
तेरा होसला और साथ ही तुझे आगे बढ़ाएगा तू रुकना नहीं
रख हिम्मत साथ चल तू पर तू अभिमानी कभी बनना नहीं
तु रुकना नहीं मना हैं मंज़िल थोड़ी दूर पर तु रुकना नहीं 

sab badal jata hai

Phle Jo karte the fikar beintehaa aj unko khbar lene ki jarurt bhi jaruri ni lagti.... Khete hai fikar bhut tumhari par fikar jesi koi bat b...