Monday, May 18, 2020

ज़िंदगी

                                                     ज़िंदगी

   
कभी एक पहेली सी लगती है मुझे 
कभी एक सहेली सी लगती है मुझे ।।
कभी बहुत ख़ुश कर जाती है मुझे 
कभी रुला सी जाती है मुझे ।।
कभी एक पल मैं कुछ नया सिखा जाती है मुझे 
कभी एक उनसुलझी सी लगती है मुझे ।।
कभी रंगो की बोछर सी लगती है मुझे 
कभी गिरा कर थाम सी लेती है मुझे ।।
इसी तरह ये ज़िंदगी हर नया अध्याय सिखाती है मुझे ।

2 comments:

  1. Aur yeh kavita mekko nasreen(🌹) si lagti hai👏🏻👏🏻👏🏻

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sab badal jata hai

Phle Jo karte the fikar beintehaa aj unko khbar lene ki jarurt bhi jaruri ni lagti.... Khete hai fikar bhut tumhari par fikar jesi koi bat b...