ज़िंदगी
कभी एक पहेली सी लगती है मुझे
कभी एक सहेली सी लगती है मुझे ।।
कभी बहुत ख़ुश कर जाती है मुझे
कभी रुला सी जाती है मुझे ।।
कभी एक पल मैं कुछ नया सिखा जाती है मुझे
कभी एक उनसुलझी सी लगती है मुझे ।।
कभी रंगो की बोछर सी लगती है मुझे
कभी गिरा कर थाम सी लेती है मुझे ।।
इसी तरह ये ज़िंदगी हर नया अध्याय सिखाती है मुझे ।
Subhan allah...😙
ReplyDeleteAur yeh kavita mekko nasreen(🌹) si lagti hai👏🏻👏🏻👏🏻
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